Sunday, August 27, 2017

हम भारतीयों की इन अजब-गजब बातों को जानकर…रोक नहीं पायेगें अपनी हंसी!



हम भारतीयों की इन अजब-गजब बातों को जानकर…रोक नहीं पायेगें अपनी हंसी!

भारतीयों की बात ही निराली है, है न ? कितनी अजब गजब बाते हैं जो हम आप यूं ही करते रहे हैं। इन्हें देखा जाए तो सोचकर भी हंसी आ जाती है। देखिए भारतीयों की कुछ ऐसी ही शरारती बातें…
1. लड़की कुआंरी है क्या?: 
हम भारतीयों की इन अजब-गजब बातों को जानकर…रोक नहीं पायेगें अपनी हंसी!

आस पड़ोस में, गांव दुआर में कोई 20-22 साल की जवान लड़की दिख जाए तो बड़े बुजुर्गों की आंखें तन जाती है, कान खड़े हो जाते हैं… हर तरफ सवाल कौंधना शुरू हो जाता है, इसकी शादी हुई है क्या?
2. घूरते क्यों हो भाई?: 

सड़क पर किसी की गाड़ी आगे आ जाए, जरा सी इधर-उधर हो जाए… लोग पता नहीं घूरते क्यों हैं? आपको पता चले तो जरूर बताइएगा…
3. एक्स्ट्रा की आदतः 

गोलगप्पे खाने में तो भारतीय सबसे आगे हैं। और हां… एक एक्स्ट्रा पापड़ी मांगने में तो सबसे आगे हैं… । बात सब्जी खरीदने की हो तो धनिया भी इन्हें एक्स्ट्रा चाहिए।
4. एक डुबकी बिस्किट कीः

आपने पानी में बिस्किट डुबोकर खाना बचपन में शुरू किया होगा लेकिन आज भी छोड़ नहीं पाए होंगे। ये आदत सच में बेहद प्यारी है।
5. मोल-भाव तो जरूर करेंगेः

फोटो में एक विदेशी है जो भारतीय अंदाज में महिला से मोल-भाव कर रही है। शायद उसे भी भारतीयों की हवा लग गई है भारतीय मूंगफली खरीदें या महंगी कार। उन्हें कीमत ज्यादा ही लगती है और वह इसे कम कराने की आखिरी कोशिश जरूर करते हैं…
6. जुगाड़ तंत्रः

लाइन में लगना तो हमने सीखा ही नहीं। कहीं भी जाएं, कोई भी मौका हो… जुगाड़ की तलाश में हम हमेशा रहते हैं। लाइन में लगना प्लीज सीख लो साथियों…
7. बस में बस नहीं:

भारत की रोडवेस बसों का हाल सचमुच निराला है। कुछ पैसेंजर्स तो स्टॉप पर खरीदकर खाने का कोई मौका नहीं छोड़ते और फिर उल्टी हो जाए तो भगवान ही मालिक है। हां, कुछ ऐसे भी हैं जो 5 रुपए की टिकट के पैसे भी बचा लेते हैं
8. सब्र कब सीखेंगे हमः

हम निडर हैं, हम साहसी हैं… हमारी हिम्मत ऐसी है कि सड़क पर लाल बत्ती हो या अचानक से आया सू सू, रुकना हमने सीखा नहीं।
9. फ्री का माल है, क्यों न लें?:

दिल्ली में हाल में संपन्न बुक फेयर में एक स्टॉल के बाहर भीड़ लगी थी। पता चला कि कोई धार्मिक पुस्तक मुफ्त में बंट रही है। हैरानी तो तब हुई जब ये पता चला कि उसे ले रहे आधे लोगों को किताब के बारे में कुछ पता ही नहीं था। भारतीयों की यही आदत ऑफिस में भी दिखाई देती है। वह छोटे से छोटी कॉल के लिए भी दफ्तर को ही चूना लगाना चाहते हैं…
10. जेब में 2 रुपए, बातों में 1000000 रुपएः

एक मास्टरजी किस्सा सुना रहे थे। बोले, ‘गांव के ही एक फलाने आदमी ने बताया था कि उसकी बर्फ की फैक्ट्री है। लेकिन जब एक दिन अचानक मैं उससे मिलने पहुंचा तो वह ठेले पर बर्फ बेचता मिला।’ अब आगे आप खुद ही समझदार है…

No comments:

Post a Comment