Monday, August 28, 2017

इस महिला पर बनी फिल्म ने कमा लिए हैं 100 करोड़, फिर भी कच्चे मकान में रहने को है मजबूर

इस महिला पर बनी फिल्म ने कमा लिए हैं 100 करोड़, फिर भी कच्चे मकान में रहने को है मजबूर

इस महिला पर बनी फिल्म ने कमा लिए हैं 100 करोड़, फिर भी कच्चे मकान में रहने को है मजबूर
THE HOOK DESK : बॉलीवुड खिलाड़ी अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म 'टायलेट एक प्रेमकथा' बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है। इसने अभी तक में 100 करोड़ के आंकड़ें को पार कर लिया है और 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई है।
लेकिन, जिस महिला की रियल स्टोरी पर ये फिल्म बनी है उसकी जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया है। अनीता आज भी अपने कच्चे मकान में रह रही हैं। फिल्म की सफलता और सेलिब्रेशन के बीच आपको हम दिखा रहा हैं अनीता के घर की इन-साइड फोटो।
फिल्मों में दिखाया गया घर अनिता के घर से बिलकुल ही अलग है। गांव से बाहर खेत में बने अनिता के इस कच्चे मकान में छत, दीवार और फ्लोर भी मिट्टी और कुछ पत्थरों से मिलकर बना है। लेकिन, अनिता का टॉयलेट फूल सीमेंटेड है। तीन कमरों के इस घर में अनिता अपनी दो बेटियों और पति के साथ रहती है। अनिता की रसोई भी मिट्टी और पत्थरों की बनी हुई है, जिसमें बारिश के दिनों में सीलन लग जाती है। इसके विपरीत फिल्म 'टायलेट एक प्रेमकथा' में दिखाया गया घर बिलकुल ही अलग है, हालांकि वह भी काफी कुछ ग्रामीण परिवेश पर ही आधारित था।
फिल्म रिलीज के अगले दिन ही अनीता परिवार से साथ बैतूल के एक सिनेमा हॉल में फिल्म देखने पहुंची थी। इस दौरान सिनेमा घर संचालक विवेक मालवीय ने अनीता नर्रे का स्वागत किया और उनके साहस की सराहना की।
फिल्म देखने के बाद अनीता नर्रे ने बताया कि फिल्म बहुत अच्छी बनी है। फिल्म खत्म होने के बाद जब हम सीट से उठ ही रहे थे कि देखा मेरी तस्वीर के साथ स्टोरी भी बताई जा रही थी।
मैंने जैसे ही खुद को इतनी बड़ी स्क्रीन पर देखा मेरे रोंगटे खड़े हो गए। उस वक्त तो मैं समझ ही नहीं पा रही थी कि ये क्या हो रहा है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि इस तरह से मेरी कहानी को बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा।
दरअसल, फिल्म मेकर प्रवीण व्यास ने स्वच्छ भारत मिशन के आधार पर 2016 में एक डॉक्यु-फीचर मानिनी बनाई थी। जिसे पिछले साल के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में तीसरा पुरस्कार मिला था।
प्रवीण व्यास ने टॉयलेट: एक प्रेम कथा के निर्माताओं वायाकॉम 18 पर आरोप लगाया था कि उन्होंने प्रवीण के डॉक्यु-फिक्शन से कुछ सीन और डायलॉग हूबहू कॉपी किए हैं। उन्होंने फिल्म के प्रमोशनल कैंपेन और ट्रेलर के खिलाफ लीगल नोटिस भी भिजवाया था।
नारायण सिंह की यह फिल्म प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का मैसेज भी देती है। बता दें कि फिल्म की शूटिंग होशंगाबाद में भी हुई है। फिल्म का कंसेप्ट सच्ची घटना पर आधारित है।
अनीता के ससुराल छोड़ने के कदम को सुलभ इंटरनेशनल ने भी सराहा था। नारायण सिंह ने कहा कि प्रवीण व्यास के आरोपों से कोई सरोकार नहीं है। व्यास का दावा गलत है। उनके पास फिल्म के लेखक 2013 में ही स्टोरी लेकर पहुंचे थे, जबकि प्रवीण ने बाद में डाक्यूमेंट्री बनाई। वे फिल्म को मिल रहे प्रतिसाद से खुश है। यह अनीता की रियल लाइफ स्टोरी है।
फिल्म रिलीज के ठीक पहले इसके एग्रीमेंट को लेकर विवाद सामने आया था। इस संबंध में फिल्म के डायरेक्टर और फिल्म की अभिनेत्री अनीता के गांव पहुंची थी, जहां पर उन्होंने अनीता को पांच लाख रुपए देकर एग्रीमेंट साइन करने की बात कही थी। जिस पर अनीता के पति ने इंकार कर दिया था, अनीता और उनके पति फिल्म पर रायल्टी की मांग कर रहे थे।
हालांकि दो दिन की मशक्कत के बाद अनिता और उसका पति मान गया था। इधर फिल्म की एक्ट्रेस भूमि ने कहा कि वे अनीता से मिलकर बेहद खुश है।
जब फिल्म की उन्होंने स्टोरी पढ़ी और शूट शुरू हुआ तो वे हैरान रह गई की ग्रामीण भारत की हालत क्या है।

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